इंदिरा गांधी की कहानी : दोस्तों आज हम आपको जिसके के बारे में बताने जा रहे हैं वह आज तक के भारतीय इतिहास की सबसे कठोर प्रधानमंत्री के रूप में जानी जाती हैं उन्हें अपने बेखौफ निर्धनता से लिए गए फैसलों के लिए जाना जाता है वह एक ऐसी प्रधानमंत्री थी जिन्हें भारतीय इतिहास का सबसे ज्यादा बार प्रधानमंत्री बनने का रिकॉर्ड बनाया वह भारतीय राजनीति के इतिहास की पहली महिला प्रधानमंत्री रही हैं।
वह आज तक इकलौती ऐसी महिला रही है जो भारतीय राजनीति की इतिहास की प्रधानमंत्री रही। इंदिरा गांधी को अपने कठोर फैसले लेने और उनकी निडरता के लिए जानी जाती है उन्होंने 1971 में पाकिस्तान से पूर्वी पाकिस्तान को छीन कर एक नया देश बांग्लादेश बनाने का श्रेय भी दिया जाता है क्योंकि उन्होंने ही बांग्लादेश और पाकिस्तान पर हमल करने का आदेश दिया। तथा पूर्वी बांग्लादेश बनाया जो कि पहले पूर्वी पाकिस्तान के नाम से जाना जाता था।
वह भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की बेटी थी जिनका विवाह फिरोज गांधी से 1942 में हुआ था उनका विवाह आनंद भवन में इलाहाबाद में हुआ था जो कि नेहरू निवास स्थल था इंदिरा गांधी जिनका नाम प्रियदर्शनी गांधी भी है वह वर्ष 1966 से 1977 तक लगातार तीन बार भारत की प्रधानमंत्री रही और उसके बाद चौथी पारी में 1980 से लेकर 1984 तक उनकी राजनीतिक मृत्यु तक भारत की प्रधानमंत्री रही। वह भारत की प्रथम तथा अब तक की एकमात्र महिला प्रधानमंत्री रही हैं।चलिए दोस्तों हम आपको इंदिरा गांधी के बारे में कुछ बताते हैं।
इंदिरा गांधी का जन्म कहां हुआ था?
इंदिरा गांधी का जन्म प्रयागराज उत्तर प्रदेश में हुआ था।
इंदिरा गांधी का जन्म कब हुआ था?
इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 को हुआ था।
इंदिरा गांधी के पति का क्या नाम था?
इंदिरा गांधी के पति का नाम फिरोज गांधी था जिसे उनकी शादी 1942 में हुई थी।
इंदिरा गांधी के बच्चों का क्या नाम था?
इंदिरा गांधी के बच्चों का नाम राजीव गांधी तथा संजय गांधी था।
इंदिरा गांधी को कौन-कौन से पुरस्कार मिले?
इंदिरा गांधी को भारत रत्न तथा लेनिन पीस प्राइस तथा जवाहरलाल नेहरू अवॉर्ड फॉर इंटरनेशनल अंडरस्टैंडिंग आदि अवार्ड मिले।
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निष्कर्ष:
दोस्तों हम इंदिरा गांधी के जीवन से बहुत कुछ सीख सकते हैं जैसे उनके पति की मृत्यु हो जाने के बाद उन्होंने अपने जीवन में हार नहीं मानी और राजनीति में कदम रखा और भारत को राजनीति में नई ऊंचाइयों तक लेकर गई।
वह एक महिला होते हुए भी हार नहीं मानी और पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध किया और उनसे उनका आधा देश ही छीन लिया और एक नया देश बांग्लादेश का निर्माण कर दिया इंदिरा गांधी के जीवन से हम निर्धनता के बारे में सीख सकते हैं।
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हम यह भी सीख सकते हैं कि उनके खुद के बेटे की मृत्यु हो जाने के बाद भी वह इस निडरता के साथ भारत की प्रधानमंत्री बनी रही। जिस समय बड़े घर की बेटियां घर से बाहर नहीं निकलती थी उस समय वह भारत की चार बार प्रधानमंत्री बनाकर दिखाई।