दोस्तों आज भले ही भारत में फुटबॉल का उतना क्रेज नहीं है परंतु दुनिया में सबसे ज्यादा खेली जाने वाला खेल क्रिकेट ही है। तथा दुनिया में सबसे ज्यादा देखे जाने वाला खेल भी क्रिकेट ही है आप ऐसा भी कह सकते हैं कि भारत में सबसे ज्यादा क्रिकेट खेला और देखा जाता है। लेकिन हम आपको यह बताना चाहते हैं कि पूरे विश्व में सबसे ज्यादा क्रिकेट खेला जाता नहीं है सबसे ज्यादा फुटबॉल को खेला जाता हैं और सबसे ज्यादा विश्व में क्रिकेट को पसंद किया जाता है।
सुनील छेत्री: दुनिया का तीसरा सबसे महान फुटबॉल खिलाड़ी
आज अगर भारत में क्रिकेट का विश्व कप हो और किसी दूसरे देश में फुटबॉल का विश्व कप हो,तो भारत के लोग क्रिकेट की अपेक्षा सबसे ज्यादा फुटबॉल को ही देखना पसंद करते हैं।
दोस्तों यह जानकारी तथ्य के आधार पर आधारित है 2023 के वर्ल्ड कप में यह देखा गया था कि जब विश्व कप का मैच था तो क्रिकेट और फुटबॉल के वर्ल्ड कप में से सबसे ज्यादा लोगों ने फुटबॉल का वर्ल्ड कप का मैच देखा।
इस पर सुनील छेत्री जो कि भारतीय टीम के 12 साल तक फुटबॉल के कप्तान रहे हैं। वह बताते हैं कि लोग आजकल क्वालिटी देखना पसंद करते हैं और फुटबॉल और क्रिकेट में कोई कंपैरिजन ही नहीं है। क्योंकि फुटबॉल दुनिया में सबसे ज्यादा देखे जाने वाला खेल है।
भारत में फुटबॉल का विकास और क्रिकेट के साथ उसका मुकाबला
भारतीय फुटबॉल की लीज दुनिया में और भारत में भी उतना फेमस नहीं हो सके। जितना कि भारत में आईपीएल और कबड्डी फेमस हुआ। तो इस पर सुनील छेत्री कहते हैं कि अगर आपके पास क्वालिटी है तो लोग आपको देखना पसंद करेंगे जैसे भारत में दुनिया के सबसे बेस्ट क्रिकेट के प्लेयर्स हैं इसलिए लोग क्वालिटी देखना पसंद करते हैं और आईपीएल में दुनिया के सबसे बेस्ट क्रिकेट प्लेयर क्रिकेट खेलने आते हैं।
इस तरह कबड्डी भी भारत के प्लेयर्स ही दुनिया में सबसे बेस्ट खेलते हैं और जो दुनिया के बचे कुछ बेस्ट कबड्डी के प्लेयर हैं वह भी भारतीय लीग में आकर कबड्डी खेलते हैं यही कारण है कि यह सभी लिए भारतीय फुटबाल लीग से आगे निकल चुकी हैं।
चलिए दोस्तों भारत के और विश्व के सबसे तीसरे सबसे महान खिलाड़ी के बारे में जानते हैं।
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निष्कर्ष:
दोस्तों आज हम आपको सुनील छेत्री के बारे में बहुत कुछ बताने की कोशिश की है सुनील छेत्री के माता-पिता दोनों का फुटबॉल के प्रति लगाव था। सुनील छेत्री के पिता ने भारतीय आर्मी की तरफ से फुटबॉल बहुत खेला था। उनकी माता जो कि नेपाल की रहने वाली थी।
उन्होंने भी अपने देश की तरफ से बहुत फुटबॉल खेला यही कारण है कि सुनील छेत्री में गुण देखने को मिला और उन्होंने इसे एक और ऊंचे मुकाम तक ले गए सुनील छेत्री को अपने फुटबॉल में उत्कृष्ट योगदान के लिए बहुत सारे सम्मान से भी सम्मानित किए गए। जिसमें से भारत का सबसे बड़ा खेल रत्न अवार्ड मेजर ध्यानचंद अवार्ड पद्मश्री और अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया।
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FAQ– अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
सुनील छेत्री का निक नेम क्या है?
सुनील छेत्री का निक नेम भाई और कैप्टन फैंटास्टिक है।
सुनील छेत्री का जन्म कब हुआ था?
सुनील छेत्री का जन्म 3 अगस्त 1984 को हुआ था।
सुनील छेत्री की उम्र कितनी है?
सुनील छेत्री की उम्र 2024 में 40 साल है।
सुनील छेत्री के पिता का क्या नाम है?
सुनील छेत्री के पिता का नाम kb छेत्री है।
सुनील छेत्री का जन्म कहां हुआ था?
सुनील छेत्री का जन्म आंध्र प्रदेश के सिकंदराबाद में हुआ था जो कि आज तेलंगाना के नाम से जाना जाता है।
सुनील छेत्री की माता का क्या नाम है?
सुनील छेत्री के माता का नाम सुशीला छेत्री है।
सुनील छेत्री की बहन का क्या नाम है?
सुनील छेत्री की बहन का नाम वंदना छेत्री है।
सुनील छेत्री की एजुकेशन क्वालिफिकेशन क्या है?
सुनील छेत्री ने क्लास 12th तक पढ़ाई की है और उन्होंने अपने फुटबॉल के करियर के लिए कॉलेज से ड्रॉप आउट ले लिया था।
सुनील छेत्री की पत्नी का क्या नाम है?
सुनील छेत्री की पत्नी का नाम सोनम भट्टाचार्य है जिनसे उनकी शादी 4 दिसंबर 2017 को हुई थी या उनके कोच की बेटी थी।
सुनील छेत्री ने अपना डेब्यू कब किया था?
सुनील छेत्री ने अपना डेब्यू 2002 में मोहन बागान के लिए किया था।
सुनील छेत्री ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय गोल किस देश के खिलाफ किया था?
सुनील छेत्री ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय गोल अपने पहले ही मैच में पाकिस्तान के खिलाफ किया था सन 2005 में।
सुनील छेत्री इस समय कहां रहते हैं?
सुनील छेत्री इस समय बेंगलुरु में रहते हैं।