आज हम एक ऐसे अभिनेता के बारे में बात करने जा रहे हैं जिन्हें उनकी पहली फिल्म से ही डी एक्शन हीरो का नाम मिल गया। बिल्कुल सांवले रंग का एक लड़का जिसने अपने प्रतिभा तथा और साधारण एक्शन और एक्टिंग स्किल्स के दम पर बॉलीवुड में कई कीर्तिमान स्थापित कर दिया। इनके बोले गए डायलॉग उनकी पहली फिल्म से लेकर आज तक सुपरहिट है और दर्शकों और उनके फैंस के दिलों पर तथा उनकी जुबान पर
आज भी इनके डायलॉग छाए रहते हैं। जिन्हें आज तक भारत के चार नेशनल अवार्ड तीन फिल्म फेयर अवार्ड तथा भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक पदम श्री जैसे पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। जी हां दोस्तों हम बात कर रहे हैं अजय देवगन की जिन्होंने कभी फिल्मों में अपने जबरदस्त एक्शन के दम पर दर्शकों और फ़िल्म क्रिटिक्स का दिल जीत तो कभी अपनी कॉमेडी स्किल्स और कॉमेडी एक्टिंग सेल दर्शकों का दिल चीता और कभी एंग्री यंग लवर बनके दर्शकों को रोमांचित किया।
अजय देवगन के परिवार का इतिहास।
अजय देवगन का जन्म 2 अप्रैल सन 1969 को दिल्ली में हुआ था। तब उनका नाम विशाल वीरू देवगन रखा गया था। अजय देवगन का परिवार एक पंजाबी परिवार से ताल्लुक कट रखता था। और उनके पिता एक प्रसिद्ध बॉलीवुड के एक्शन कोरियोग्राफर थे। तथा उनकी मां एक फिल्म डायरेक्टर थी जिनका नाम मीना देवगन था। अजय देवगन के चचेरे भाई भी एक फिल्म डायरेक्टर तथा स्क्रिप्ट राइटर बने।
अजय ने मुंबई के जुहू बीच इंग्लिश स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की थी। और फिर इन्होंने मीठी बाई कॉलेज से मुंबई में अपना ग्रेजुएशन पूरा किया था। हालांकि कुछ सूत्रों से जानकारी मिलती है कि अजय देवगन ने अपने एक्टिंग करियर के लिए अपना ग्रेजुएशन बीच में ही छोड़ दिया था। हालांकि अजय देवगन का परिवार फिल्मी बैकग्राउंड होने के कारण उन्हें फिल्मों में काम पाने के लिए ज्यादा स्ट्रगल नहीं करना पड़ा और उन्हें फिल्मों में बिना स्ट्रगल के पहली फिल्म मिल गई बताओ लीड एक्टर।
अजय देवगन का फिल्मी सफर।
अजय देवगन जब फिल्मों में आने वाले थे तो लोगों ने उन्हें कहा था कि ऐसे चेहरे वाला हीरो कैसे बन सकता है बहुत सारे एक्टर और डायरेक्टर ने अजय देवगन को ऐसा कहा था परंतु अजय देवगन ने अपनी एक्टिंग स्किल से सबको गलत साबित कर दिया।
अजय देवगन ने अपनी फिल्मी करियर की शुरुआत सन 1991 में आई फिल्म फूल और कांटे से की थी इस टाइम पर अनिल कपूर की फिल्म भी रिलीज हुई थी जिसका नाम लम्हे था और अनिल कपूर ने अजय देवगन को यह सलाह दी कि तुम अपनी फिल्म को हमारे साथ मत रिलीज करो
क्योंकि तुम नए हो और हम बड़े सितारे हैं तो तुम्हारी फिल्म को फ्लॉप होने का खतरा रहेगा परंतु अजय देवगन ने अपनी फिल्म को इस समय रिलीज किया और फूल और कांटे फिल्म सिल्वर जुबली हिट साबित हुई यानी कि वह 50 हफ्तों तक थिएटर में यानी सिनेमा घरों में चलती रही और बहुत बड़ी हिट साबित हुई और वही अनिल कपूर की फिल्म लम्हे एक फ्लॉप साबित हुई थी। उसके बाद अजय देवगन ने तो कभी पीछे मुड़कर देखा ही नहीं और उन्होंने अपने जीवन में एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दिए हैं
उन्होंने फिल्मों के हर एक फील्ड में काम किया बताओ डायरेक्टर प्रोड्यूसर तथा कोरियोग्राफर आदि के रूप में भी काम किया उन्होंने एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दिए हैं वह भारतीय फिल्म सिनेमा जगत में सबसे पहले अपने एक्शन फिल्मों के लिए जाने जाते थे फिर उन्हें जंगली यंग लवर बॉय के नाम से जाना गया तथा फिर उन्हें उनकी कॉमेडी फिल्मों जैसे कि गोलमाल और धमाल सीरीज के लिए जाना जाता है तथा उन्हें उनकी सिंघम फ्रेंचाइजी में पुलिस वाले के रोल के लिए तथा बहुत सारी फिल्मों के लिए तथा उनकी दृश्यम फिल्म की सीरीज भी लोगों को बहुत ज्यादा पसंद आए ऐसी बहुत सारी फिल्में हैं जिन्होंने अजय देवगन को भारत का सुपरस्टार बनाया।
अजय देवगन का निजी जीवन।
बात करें अजय देवगन के निजी जीवन के बारे में तो उनके परिवार में कल बहुत सारे सदस्य हैं परंतु उनके पर्सनल लाइफ में 24 फरवरी सन 1999 को अजय देवगन ने एक्ट्रेस काजल से शादी किया अजय देवगन और काजल ने सन 1995 में पहली बार फिल्म हलचल में एक साथ काम किया था इन दोनों के शादी के बाद से दो बच्चे हैं एक बेटी जिसका जन्म 13 सितम्बर सन 2020 को हुआ था।
निष्कर्ष:
देवगन के जीवन से ऐसे सीख सकते हैं कि हमें अपने जीवन में सब कुछ इतनी आसानी से नहीं मिल सकता है हमें अपने जीवन में हमेशा संघर्ष करते रहना चाहिए और लोगों की बातों का जवाब अपने काम से देना चाहिए ना कि उनका जवाब देकर अजय देवगन हमेशा से एक शांत एक्टर रहे हैं जो कि विवादों से हमेशा ही बचे रहते हैं और वह हमेशा अपनी फिल्मों से लाइमलाइट में रहते हैं ना कि किसी अन्य खबर की वजह से वह
अपने पर्सनल लाइफ और प्रोफेशनल लाइफ को हमेशा अलग रखते हैं जैसा की एक एक्टर को करना चाहिए और वह लाइमलाइट के लिए हमेशा अपने काम के लिए ही जाने जाते हैं फिल्मी परिवार से तालुकात होते हुए भी उन्होंने अपने काम की वजह से अपने परिवार का नाम रोशन किया उनके परिवार को आज उनके नाम से जाना जाता है ना कि उनके नाम को उनके परिवार की वजह से