Kuldeep Yadav : पसीने की स्याही से जो लिखते हैं अपने इरादों को उनके मुकद्दर के पन्ने कभी कोरे नहीं हुआ करते। दोस्तों यह वाक्य यदि किसी के लिए सबसे ज्यादा सटीक बैठता है तो वह है भारतीय टीम के स्टार चाइनामैन गेंदबाज Kuldeep Yadav के लिए जिन्होंने अपनी जादुई गेंदबाजी से भारतीय टीम को बहुत सारे मैच जीताये है।
Kuldeep Yadav ने अपने छोटे से क्रिकेट करियर में बहुत नाम कमाया है वह भारतीय क्रिकेट इतिहास के इकलौते चाइना मैन गेंदबाज हैं। क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि उनके अंदर वह पोटेंशियल है कि वह क्रिकेट इतिहास के एक महान गेंदबाज बन सकते हैं दोस्तों चाइना मैन गेंदबाज का मतलब यह होता है कि हर स्पिन गेंदबाज गेंद को अपनी उंगलियों के द्वारा स्पिन करता है।
लेकिन चीन मां गेंदबाज गेंद को अपनी कलाइयों के द्वारा स्पिन करते हैं Kuldeep Yadav ने भारतीय टीम जिसने 2024 का T20 विश्व कप जीता उसे टीम के अहम सदस्य के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई Kuldeep Yadav एक समय पर भारतीय टीम से लगातार बाहर चल रहे थे लेकिन उन्होंने डोमेस्टिक क्रिकेट में जाकर अपने प्रदर्शन से सभी को जवाब दिया और सिलेक्टर्स को मजबूर किया कि उन्हें भारतीय टीम में दोबारा शामिल किया जाए और जब उन्हें दोबारा भारतीय टीम में शामिल किया गया तो उन्होंने अपने प्रदर्शन से सभी को आश्चर्यचकित कर दिया क्योंकि वह पहले जैसे अपने गेंदबाजी नहीं कर रहे थे।
वह पहले से और भी ज्यादा आक्रामक गेंदबाजी कर रहे थे Kuldeep Yadav ने अपनी जादुई गेंदबाजी से हर किसी को अपना दीवाना बना दिया और 2023 के वर्ल्ड कप में भारत के सबसे सफल स्पिन गेंदबाज रहे तथा 2024 के वर्ल्ड कप में भी भारतीय टीम के जीत में सबसे अहम योगदान दिया तो चलिए दोस्तों हम कुलदीप यादव की कहानी जानते हैं।
Kuldeep Yadav का जीवन
Kuldeep Yadav का जन्म 14 दिसंबर 1994 को उत्तर प्रदेश के उन्नाव में हुआ था लेकिन कुलदीप यादव के क्रिकेट करियर के लिए उनके परिवार ने उन्नाव से कानपुर आकर बस गए कुलदीप यादव के पिता एक एट भत्ते के मालिक थे Kuldeep Yadav एक मध्यम वर्गीय परिवार से आते थे कुलदीप यादव ने अपने मेहनत के दम पर भारतीय टीम में बहुत कम उम्र में ही जगह बना ली।
वह घरेलू क्रिकेट उत्तर प्रदेश की तरफ से खेलते हैं आज उनकी भारतीय टीम में जगह हमेशा निश्चित ही रहती है उन्होंने भारत के लिए अपना टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 25 मार्च 2017 को किया था तथा वनडे में अपना डेब्यू 23 जून 2017 को वेस्टइंडीज के खिलाफ किया था।
उन्होंने अपना T20 देबू भी सन 2017 में 1 जुलाई को वेस्टइंडीज के खिलाफ किया।
तो चलिए दोस्तों हम आपको कुलदीप यादव के बारे में कुछ और जानकारी बताते हैं।
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कुलदीप यादव के पिता का क्या नाम है?
कुलदीप यादव के पिता का नाम राम सिंह है।
कुलदीप यादव की माता का क्या नाम है?
कुलदीप यादव की माता का नाम उषा यादव है।
कुलदीप यादव की कुल नेटवर्थ कितनी है?
कुलदीप यादव की कुल नेटवर्क 32 करोड रुपए है।
कुलदीप यादव के भाई बहनों का नाम क्या है?
कुलदीप यादव इकलौते भाई तथा उनकी तीन बहने हैं जिनका नाम अनुष्का सिंह यादव तथा मधु यादव तथा अनीता यादव है।
कुलदीप यादव की लंबाई कितनी है?
कुलदीप यादव की लंबाई 1.68 मीटर है।
निष्कर्ष:
दोस्तों कुलदीप यादव के जीवन से हम यह सीख सकते हैं कि अगर आप में प्रतिभा है तो वह छुप नहीं सकती आप अपने प्रतिभा को जितना ज्यादा निखारेंगे वह दुनिया में उतना ही ज्यादा आपका नाम करेगी जैसे कुलदीप यादव का किया।
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कुलदीप यादव के परिवार से हम यह सीख सकते हैं कि अपने बच्चों के भविष्य के लिए उसके सपने के लिए उन्होंने अपने होमटाउन को छोड़कर कानपुर में आकर बस गए क्योंकि कानपुर में क्रिकेट की अच्छी व्यवस्था थी तो आपको सपने पूरा करने में आपका ही केवल योगदान नहीं होता है आपके परिवार तथा आपके आसपास के लोगों का भी होता है कुलदीप यादव अपने गुरु का भी बड़ा योगदान मानते हैं अपनी सफलता के पीछे अपना कीमती समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।