दोस्तों बॉलीवुड में काम पाने के लिए और सफल होने के लिए मुंबई में रोजाना बहुत सारे लोग आते हैं और स्ट्रगल करते रहते हैं। लेकिन उनमें से बहुत कम चुनिंदा लोग ही अपने दृढ़ निश्चय और संकल्प के दम पर और अपनी कड़ी मेहनत के दम पर बॉलीवुड में सफल हो पाते हैं और बॉलीवुड में स्टार बन पाते हैं। जैसे कि बॉलीवुड में शाहरुख खान और अक्षय कुमार तथा रणवीर सिंह जैसे लोग अपने दम पर बॉलीवुड में एक बहुत बड़े स्टार की हैसियत पर आज है।
दोस्तों आज बॉलीवुड की इसी लिस्ट में एक और एक्टर का नाम जुड़ गया है जिसका नाम है कार्तिक आर्यन
बात करें कार्तिक आर्यन की तो इन्होंने अपने पहले ही फिल्म में अपने एक 5 मिनट के डायलॉग के कारण लोगों को दिलों में अपनी खास जगह बना ली और उसे समय या उनका 5 मिनट का मोनोलॉग फेसबुक पर बहुत ज्यादा वायरल हो गया और लोग इन्हें धीरे-धीरे जानने लगे। बात करें
कार्तिक आर्यन की शुरुआती जीवन की तो यह ग्वालियर से आते हैं और मुंबई आने के बाद इनका शुरुआती जीवन काफी संघर्ष में रहा। अपने संघर्ष भरे जीवन में वह शुरुआती जीवन में मुंबई में आकर 12 लोग एक ही कमरे में रहते थे तथा वह उसे समय उन लोगों के लिए खाना भी बनाने का काम करते थे। ताकि कुछ अर्निंग हो सके। और अपने सपने को सच करने के लिए वह रोजाना लोकल ट्रेन में चार-चार घंटे धक्के खाया करते थे और
अपने काम तथा ऑडिशन के लिए दिन भर इधर-उधर ट्रैवल किया करते थे। लेकिन हर जगह उन्हें वही ऑडिशन और रिजेक्शन का सामना करना पड़ता था कई जगह उन्हें अनफिट कहकर तथा कई जगह उन्हें फेस देखकर ही बाहर कर दिया जाता था। और कार्तिक तिवारी से कार्तिक आर्यन बने तक का सफर और एक इंजीनियर से एक एक्टर बनने तक का सफर इतना आसान नहीं था।
कार्तिक आर्यन का शुरुआती जीवन।
दोस्तों इस कहानी की शुरुआत होती है 22 नवंबर सन 1990 को जब मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में नन्हे से कार्तिक का जन्म हुआ। उन्होंने अपना नाम कार्तिक तिवारी से कार्तिक आर्यन बदलकर अपनी पहली फिल्म आकाशवाणी से पहले ही बदल लिया था। कार्तिक के माता-पिता दोनों ही डॉक्टर हैं और वह भी चाहते थे कि उनका बेटा बड़ा होकर एक डॉक्टर बने। और उनके माता-पिता के सपने को उनकी बहन कृतिका ने पूरा किया
एमबीबीएस की अपनी पढ़ाई को पूरा करके। दोस्तों आपको पता नहीं होगा कि जब कार्तिक आर्यन 4 साल के थे तो वह दिल्ली के करोल बाग में खो गए थे बाद में उनके माता-पिता ने उन्हें पुलिस की मदद से लगभग 4 घंटे की कड़ी मस्ताकत के बाद ढूंढा। कार्तिक आर्यन की शुरुआती पढ़ाई ग्वालियर में ही हुई लेकिन उनका सपना तो हमेशा सही एक एक्टर बनने का था।
उन्होंने अपने किसी दोस्त या माता-पिता को कभी भी अपने सपने के बारे में नहीं बताया क्योंकि जब भी वह अपने दोस्तों को इस बारे में रहते थे तो वह इनका मजाक उड़ाया करते थे। अपने 12वीं की परीक्षा को पास करने के बाद कार्तिक आर्यन ने सोचा कि उन्हें अपने एक्टर बनने के सपने को पूरा करने के लिए मुंबई जाना पड़ेगा इसलिए उन्होंने बीटेक करने के बहाने से मुंबई में अपना एडमिशन करवा लिया। और यहीं से इनके एक्टर बनने का सफर शुरू हुआ। अब वह मुंबई आ तो गए थे लेकिन उन्हें एक्टिंग सीखने के लिए एक्टिंग इंस्टिट्यूट में एडमिशन लेना था और वह ना ही किसी एक्टिंग इंस्टिट्यूट में किसी को जानते थे और ना उन्हें कोई जानता था।
एक्टिंग इंस्टिट्यूट के खर्चे के लिए उनके पास पैसे भी नहीं थे क्योंकि उनके माता-पिता उनके बस पढ़ाई के हिसाब से ही पैसे भेजा करते थे इसलिए उन्होंने छोटे-मोटे काम भी करना शुरू कर दिया अपने एक्टिंग के खर्चे को निकालने के लिए। इसीलिए उन्होंने छोटे-मोटे काम करना जैसे मॉडलिंग तथा छोटे-मोटे ब्रांडिंग कंपनियों के प्रचार के लिए काम करना एड्स के लिए भी काम करना चालू कर दिया। और इसी दरमियान उन्हें एक एक्टिंग इंस्टीट्यूट ने फ्री में काम दिया जिसमें वह फ्री में बिना पैसे के एक्टिंग सीख सकते थे।
उनके पर्सनालिटी और लुक्स की वजह से। और अगले 3 साल तक वह ऑडिशन देते रहते थे और रिजेक्ट होते रहते थे फिर उन्हें एक मूवी मिली जिसका नाम था आकाशवाणी और उन्हें इसी फिल्म से उनके 5 मिनट के एक मोनोलॉग की वजह से ऑडियंस में खास जगह मिल गई और उसके बाद तो इन्होंने पीछे मुड़ के देखा ही नहीं उनकी प्यार की पंचनामा मूवी और प्यार का पंचनामा 2 मूवीस में उन्हें स्टार बना दिया और भूल भुलैया पति-पत्नी और वह तथा भूल भुलैया 3 जैसी फिल्मों ने उन्हें स्टार बनाया है दोस्तों कार्तिक आर्यन आज इंडिया के नए स्टार माने जाते हैं।
निस्कर्ष:
दोस्तों हम कार्तिक आर्यन के जीवन से सीख सकते हैं कि हमें भी सपने देखना चाहिए और अपने सपनों के लिए काम करते रहना चाहिए और कभी हार नहीं माननी चाहिए भले ही आपकी हालत कैसे भी है और अब कैसी भी परिस्थिति में हमें अपने सपनों के लिए हमेशा काम करते रहना चाहिए अगर हम अपने सपने को पूरी मेहनत के और शिद्दत के साथ चाहे तो हमें अपने सपने को पूरा करने से कोई नहीं रह सकता।